Learn about MS Word.



How to start MS Word (ऍम एस वर्ड को ओपन कैसे करें)
ऍम एस वर्ड को प्रारंभ करना (Starting MS – Word)
* Start Button पर Click करें |
* All Program पर क्लिक करें |
* Micro Soft office को Select कर MS Word पर क्लिक करे |
* Start –> All Programs –> MS Office –> MS Word

MS Word को Shortcut key के द्वारा भी ओपन किया जा सकता हैं|
* Window key + R प्रेस करें|
* एक Run Dialog box ओपन होगा
* इसमें Winword टाइप कर Enter प्रेस कर दें|
* MS Word ओपन हो जायेगा|
* Microsoft word Window के मुख्य तत्व:-

* Title Bar – विंडो के सबसे ऊपर वाली पट्टी को Title Bar कहते हैं Title Bar में प्रोग्राम का नाम जैसे MS Word तथा फाइल का टाइटल लिखा रहता हैं जैसे CyberDairy Solutions.doc | इसके दायी ओर Minimize, Maximize तथा Close Button होते हैं | इसी पट्टी के बायीं ओर एक कंट्रोल मेन्यु बॉक्स होता हैं जिससे भी विंडो को Minimize, Maximize तथा Close किया जा सकता हैं |
*Menu Bar – ऍम एस वर्ड में कुल नौं मेन्यु होते है प्रत्येक मुख्य मेन्यु के अंदर सब मेन्यू होते हैं और प्रत्येक मेन्यु का अपना अपना अलग कार्य होता है मेन्यु को नाम उनके कार्य के अनुसार दिया गया है जैसे – Format Menu इस मेन्यु में आपको सिर्फ Formatting से सम्बंधित Options मिलेगे |
*Standard Toolbar – Standard Toolbar, Menu Bar के ठीक नीचे होती हैं यह एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में मेन्यू बार के ही सब आप्शन Shortcut के रूप में दिए रहते हैं जिनका सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है जैसे – New, Open, Save, Print, Undo, Redo, Cut, Copy, Paste etc.
*Formatting Toolbar – Formatting Toolbar भी मेन्यू बार के नीचे होती हैं यह भी एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में Formatting से सम्बंधित आप्शन दिखाई देते है | जैसे – Font, Font Size, Bold, Italic, Underline, Alignment, Bullets, Numbering, Border etc.
*Ruler – Ruler, Formatting Toolbar के ठीक नीचे होता हैं रूलर एक Scale की भाती दिखाई देता है जिसका उपयोग Margin, Column, Paper Size सेट करने के लिए किया जाता हैं |
*Scroll Bar – ये दो प्रकार की होती है Horizontal और Vertical | इसका प्रयोग पेज को ऊपर नीचे तथा दाएँ से बाएँ करने के लिए किया जाता हैं |
*Drawing Toolbar – यह टूलबार Status Bar के ठीक ऊपर होती हैं जिसका प्रयोग किसी आकृति को बनाने तथा उसमे रंग भरने के लिए किया जाता हैं
*Status Bar – यह टूलबार Task Bar के ठीक उपर होती हैं जिसका प्रयोग पेज नंबर, लाइन नंबर, देखने के लिए किया जाता हैं |
*Task Bar – विंडो के सबसे नीचे की पट्टी को Task Bar कहा जाता हैं | इस Task bar में Start Button तथा Date, Time, Volume, Device Connection आदि दिखाई देता हैं |



Menu (मेन्यु) – MS Word में कुल 9 मेन्यु होते हैं जैसे
* File
* Edit
* View
* Insert
* Format
* Tools
* Table
* Window
* Help
File Menu (फाइल मेन्यु) – File Menu मेन्यु बार का सबसे पहला मेन्यु होता है जिसमे फाइल से सम्बंधित Option होते है जैसे-
* New
* Open
* Close
* Save
* Save as
* Save as Web Page
* File Search
* Permission
* Page Set Up
* Print Preview
* Print
* Send to
* Exit
New :- इस Option का प्रयोग नये डॉक्यूमेंट को लाने के लिए किया जाता हैं |
Open :- इस Option  का प्रयोग पुरानी फाइलो को या पहले से Save फाइलों को Open (खोलने) के लिए किया जाता हैं |
Close :- इस Option का प्रयोग MS Word विंडो को बंद करने के लिए किया जाता हैं |
Save :- इस Option का प्रयोग Current File को Save (सुरक्षित) करने के लिए किया जाता हैं |
Save as :- इस Option का प्रयोग Save की गयी File को दूसरे नाम से किसी दूसरी ड्राइव में Save करने के लिए किया जाता हैं |
File Search :- इस Option का प्रयोग File को search करने के लिए किया जाता हैं |
Page Set up :- इस Option का प्रयोग पेज को सेट करने के लिए अर्थात Page Size, Margin, Orientation आदि सेट करने के लिए किया जाता हैं |
Print Preview :- इस Option का प्रयोग पेज को प्रिंट होने से पहले देखने के लिए किया जाता हैं| अर्थात पेज का Preview देखने के लिए किया जाता हैं|
Print :- इस Option का प्रयोग तैयार किये गये पेज को प्रिंट करने के लिए किया जाता हैं |
Exit :- इस Option का प्रयोग MS Word से बाहर आने के लिए किया हैं |


Edit Menu (एडिट मेन्यु) :- यह मेन्यु बार का दूसरा मेन्यु होता हैं जिसमें Editing  से सम्बंधित ऑप्शन होते हैं इसे ओपन करने की शॉर्टकट की Alt+E होती हैं |
* Undo
* Redo
* Cut
* Copy
* Paste
* Paste Special
* Office clipboard
* Paste as hyperlink
* Clear
* Select all
* Find
* Replace
* Go to
* Link
* Object
Undo :- इस आॅप्शन का यूज यूजर द्वारा जो कार्य किये जाते है उसको निरस्त करने के लिए किया जाता है। इसकी shortcut key Ctrl+Z है।
Redo:-  इस आॅप्शन का  use Undo के बाद किया जाता है। इसका मतलब होता है जो अनडू किया है। उसको पुनः वापिस लाया जा सकता है। इसकी shortcut key Ctrl+Y है।
3. Cut:- इससे सिलेक्ट किये गये मैटर को कट किया जाता है। कट करने पर सिलेक्ट मेटर वहाॅ से हट जाता है। यह कट होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और paste करके डाक्यूमेंट में चिपकाया जाता है। इसकी Sortcut key Ctrl+X है इसको स्टैडर्ड बार के कट बटन पर क्लिक करके कट किया जा सकता है। इसको राईट क्लिक करके भी कट कर सकते है।
4. Copy:- इससे सिलेक्ट किये गये मैटर को काॅपी किया जाता है। यह काॅपी होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और paste करके डाक्यूमेंट में चिपकाया जाता है। इसकी Shortcut key ctrl+C है इसको स्टैडर्ड बार के काॅपी बटन पर क्लिक करक काॅपी किया जा सकता है इसको राईट क्लिक करके भी काॅपी कर सकते है।
5. Paste:- इस आॅप्शन की सहायता से कट या काॅपी किये गये मैटर को पेस्ट किया जाता है। इसकी Shortcut key ctrl+V होती है। स्टैडर्ड टूल बार की सहायता से भी पेस्ट किया जाता है। या राईट क्लिक करके paste किया जाता है।
6. Paste special :- इस आॅप्शन की सहायता से कट या काॅपी किये गये मैटर को स्पेशल पेस्ट किया जाता है। इसमे एक डाॅयलाग बाक्स आता है। जिससे विभिन्न प्रकार से पेस्ट कर सकते है। यह एक बहुत ही उपयोगी टूल होता है। इसका प्रयोग इंटरनेट या अन्य डाक्यूमेंट से कट या काॅपी किये गये मेटर को पेस्ट करने के लिये किया जाता है।
7. Clear :- इससे हम टेक्स या उसकी Formatting को डिलिट कर सकते है। इसकी शार्टकट की del है। इसमें मैटर को सिलेक्ट करना पडता है।
8. Select all:- इससे पूरे डाक्यूमेंट के मैटर को एक साथ सिलेक्ट कर सकते है। इसकी Shortcut key ctrl+A होती है।
9. Find:- इस आॅप्शन से डाक्यूमेंट में किसी भी टैक्स, शब्द एवं वाक्य को find किया जा सकता है। इसकी shortcut key ctrl+F है।More option में विभिन्न प्रकार से Searching कर सकते है जैसे Match Case, use Wild card , Find Whole word only , sound link etc.
10. Replace:- इस आॅप्शन से डाक्यूमेंट में किसी भी टैक्स, शब्द एवं वाक्य को Replace किया जा सकता है। इसकी shortcut key ctrl+H है। more option में विभिन्न प्रकार के आॅप्शन सिलेक्ट कर सकते है।
इसमें चार बटन होते है।
* Replace Button:- इससे एक एक शब्द replace होता है।
* Replace all Button:- इससे एक साथ पूरे डाक्यूमेंट में एक साथ replace होता है।
* Find Next Button:- इससे word को find कर सकते है।
* Find What text box:- इसमे उस शब्द को लिखते जिसको replace करना होता है।
* Replace With:- इसमे जिससे तमचसंबम करना होता है। उसको लिखना होता है।
11. Goto:- इससे डाक्यूमेंट मे किसी भी विशेष स्थान पर जा सकते है। इसकी Shortcut key ctrl+G है।


File Menu (फाइल मेन्यु)
इसमें कुल नौ मीनू होता है। जो निम्न है।
* फाईल मीनू (File Menu):- इस मीनू की सहायता से फाईल से संबंधित कार्य को किया जाता है। इसके अंदर सोलह आॅप्शन होते है। जिनका प्रयोग फाईल मे किया जाता है। इसकी shortcut key alt+ F होती है।
11. New:- इसकी सहायता से नये वर्कबुक का निर्माण किया जाता है। इसकी shortcut key ctrl+N होती है। New पर क्लिक करने पर New workbook नाम की एक विंडो आती है जिससे हम Blank Workbook पर क्ल्कि करते है। जिससे नई वर्कबुक ओपिन हो जाती है।
12. Open :- इससे पहले से बने वर्कबुक को open किया जाता है। इसकी shortcut key ctrl+O होती है। इसमें Open नाम की विंडो आती है जिसमें एक्सेल फाईल को सिलेक्ट करके Open Button पर क्लिक करके फाईल को Open किया जाता है। या फाईल पर डबल क्लिक करते है जिससे एक्सेल फाईल Open हो जाती है।
13. Save:- इससे वर्तमान में खुली वर्कबुक को सेव किया जाता है इसकी shortcut key Ctrl+S है स्टैर्डड टूलवार की सहायता से भी डाक्यूमेंट को सेव किया जा सकता है। इसमें save in यह चुनते है। कि फाईल को कहाॅ पर सेव करना और फाईल बाॅक्स में फाईल दे कर सेव बटन पर क्लिक करते है। जिसेस फाईल सेव हो जाती है।
14. Close:- इससे वर्तमान में खुले हुये डाक्यूमेंट को बंद किया जाता है।
15. Save as:- इससे वर्तमान में खुले डाक्यूमेंट को पनुः सेव किया जाता है इसकी shortcut key F12 है जो महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट होते है उनको हमेशा सेव एज करना चाहिये । यह एक सुरक्षा टूल है।
16. Page Setup:- इस आॅप्शन से एक्सेल बर्कबुक की सेंटिंग कि जाती है।
इसके डाॅयलाग बाक्स में चार टेव होते है।
*Paper:- इससे वर्कबुक की orientation , Scaling and paper size को सिलेक्ट करते है।
*Margins :- इस टेव से पेज का मार्जिन सेट करते है। पेपर में चार मार्जिन होते है। एवं हेडर एवं फुटर के लिये स्पेस सिलेक्ट करते है।
*Header / Footer:- इससे पेज में हेडर एवं फुटर को सेट करते है।Custom Button पर क्लिक करके सीट में हैडर एवं फुटर लगाते है।
*Sheet:- इसमें सीट का प्रिंट ऐरिया सिलेक्ट करते है। प्रिंट टाईटिल सीट से क्या क्या प्रिंट करना है। उसको चुनते है। एवं प्रिंट आर्डर सिलेक्ट करते है। इस डायलाग बाक्स में तीन बटन होते है। print, print priview, option button.
17. Print Priview :- इसका प्रयोग करके वर्कबुक को प्रिंट करने के पहले यह देख सकते है। कि इसका प्रिंट किस प्रकार का आयेगा । और यदि कोई गलती होती है तो उसका सुधार भी सकते है। इसके साथ print preview टूलबार आती है जिसकी सहायता से विभिन्न प्रकार प्रिंट प्रीव्यू देख सकते है। इससे समय एवं पैसे दोनो की बचत होती है।
18. Print:- इसकी सहायता से डाक्यूमेंट का प्रिंट आउट निकाला जाता है। इसमे कई आॅप्शन होते है । जिनसे विभिन्न प्रकार से प्रिंट निकाला जा सकता है। इस डायलाॅग बाक्स में प्रिंटर का नाम page range, Number of copies , print What आदि को सेट करते है। Ok पर क्लिक करके प्रिंट निकाल सकते है।
19. Print Area:- इस आॅप्शन से प्रिंट ऐरिया सेट करते है। जिस ऐरिया को प्रिंट करना होता है। उसको सिलेक्ट करके प्रिंट ऐरिया आॅप्शन के आॅप्शन set print area पर क्लिक करके प्रिंट ऐरिया सेट करते है। और प्रिंट ऐरिया को रिसेट या डिलिट भी कर सकते है।
20. Exit:- इससे MS Excel को बंद किया जाता है। इसकी Shortcut key alt +F4 है।


Edit Menu

Edit Menu (एडिट मेन्यु) :- यह मेन्यु बार का दूसरा मेन्यु होता हैं जिसमें Editing से सम्बंधित ऑप्शन होते हैं इसे ओपन करने की शॉर्टकट की Alt+E होती हैं |
* Undo
* Redo
* Cut
* Copy
* Paste
* Paste Special
* Office clipboard
* Paste as hyperlink
* Clear
* Select all
* Find
* Replace
* Go to
* Link
* Object
* Undo :- इस ऑप्शन का यूज यूजर द्वारा किये गए कार्य किये को निरस्त करने के लिए किया जाता है। इसकी shortcut key Ctrl+Z होती है।
* Redo :- इस ऑप्शन का यूज यूजर द्वारा निरस्त किये गए कार्य को पुनः वापिस लाने के लिए किया जाता हैं इसकी Shortcut Key Ctrl+Y होती है।
* Cut :- इस ऑप्शन का यूज सिलेक्ट किये गये मैटर को कट करने के लिए किया जाता है। कट करने पर सिलेक्ट मेटर वहाँ से हट जाता है, और यह डॉक्यूमेंट से कट होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और जब हम Paste करते हैं तो वह डॉक्यूमेंट में आ जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+X होती हैं|
* Copy :- इस ऑप्शन का यूज सिलेक्ट किये गये मैटर को कॉपी करने के लिए किया जाता है। यह भी कॉपी होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और Paste करने पर डॉक्यूमेंट में Copy हो जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+C होती हैं|
* Paste :- इस ऑप्शन की सहायता से कट या कॉपी किये गये मैटर को पेस्ट किया जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+V होती है।
* Paste Special :- इस ऑप्शन की सहायता से कट या कॉपी किये गये मैटर को स्पेशल पेस्ट करने के लिए किया जाता है। इसमे एक डायलॉग बॉक्स आता है। जिससे विभिन्न प्रकार के पेस्ट ऑप्शन होते हैं यह एक बहुत ही उपयोगी टूल होता है। इसका प्रयोग इंटरनेट या अन्य डॉक्यूमेंट से कट या कॉपी किये गये मेटर को पेस्ट करने के लिये किया जाता है।
* Clear :- इससे हम टेक्स्ट या उसकी Formatting को डिलीट कर सकते है। इसकी Shortcut Key del होती है। इसमें पहले मैटर को सिलेक्ट करना पडता है।
* Select all :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट के पूरे मैटर को एक साथ सिलेक्ट करने के लिए किया जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+A होती है।
* Find :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट में किसी भी टेक्स्ट, शब्द एवं वाक्य को Find करने क लिए किया जाता है। इसकी shortcut key Ctrl+F है। more option में विभिन्न प्रकार से Searching कर सकते है जैसे Match Case, use Wild card , Find Whole word only , sound link etc.
02-Find & Replace Dialog Box and Editing ButtonsReplace :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट में किसी भी टेक्स्ट, शब्द एवं वाक्य को Replace करने के लिए किया जाता है। इसकी shortcut key ctrl+H है। more option में विभिन्न प्रकार के ऑप्शन सिलेक्ट कर सकते है।
* replaceइसमें चार बटन होते है।
* Replace Button:- इससे एक एक शब्द Replace होता है।
* Replace all Button:- इससे एक साथ पूरे डॉक्यूमेंट में Replace होता है।
* Find Next Button:- इससे किसी को word को find कर सकते है।
* Find What text box:- इसमे उस शब्द को लिखते जिसको replace करना होता है।
* Replace With:-. इसमे जिससे replace करना होता है। उसको लिखना होता है।
* Go to :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट मे किसी भी विशेष स्थान पर जाने के लिए किया जाता है। इसकी Shortcut key Ctrl+G है।



View Menu

इस मेन्यु का प्रयोग डॉक्यूमेंट को विभिन्न तरीके से देखने के लिये किया जाता है। इससे हम विभिन्न टूल्स वार को Show एवं Hide कर सकते हैं। इसमें कुल चौदह ऑप्शन होते है। जो निम्न है।
* Normal :- इसमें डॉक्यूमेंट को नार्मल व्यू में देख सकते है।
* Web layout:- इसमें डॉक्यूमेंट को वेव ले आउट में देखा जाता है।
* Reading Lay out:- इस व्यू में डॉक्यूमेंट को रीडिंग लेआउट में देखकर उस को रीड कर सकते है।
* Print Layout:- इस लेआउट में डॉक्यूमेंट को प्रिंट लेआउट में देख सकते है अर्थात् जिस तरह का प्रिंट आउट निकलता है। उस तरह का दिखता है।
* Toolbars:– MS Word की सभी टूलबार को यहाँ से लाया एवं हटाया जाता है। इसमें कुल अठारह टूलबार होती है। और आवश्यकता के अनुसार टूलबार का निर्माण भी किया जा सकता है। यह टूलबार अपने आप कार्य के अनुसार आ जाती है और हट जाती है।
* Ruler:-. Ruler Bar को यहाँ से Show एवं Hide किया जाता है। एमएस वार्ड डॉक्यूमेंट में इससे मार्जिन एवं पैराग्राफ की सेंटिंग की जाती है। इस पर टेब का प्रयोग किया जाता है। जिससे टेब की को सेट किया जाता है।
* Thumbnails:- इस ऑप्शन से बडे डॉक्यूमेंट को देखा जा सकता है। इससे एक पेज से दूसरे पेज पर आसानी से जा सकते है। इसमें बडे डॉक्यूमेंट को आसानी से देखा जा सकता है।
* Full Screen:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को फूल स्क्रीन में देखा जा सकता है।
* Zoom:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को विभिन्न प्रकार से जूम करके देखा जा सकता है।
* Header & Footer:– हैडर और फुटर में उस मैटर को सेट किया जाता है। जिसको हमें डॉक्यूमेंट के प्रत्येक पेज पर शो करना होता है। इसमें जो मैटर या टेक्स्ट जोडा जाता है। वह डॉक्यूमेंट के प्रत्येक पेज के ऊपरी हिस्से में हैडर और पेज के निचले हिस्से में फुटर शो होता है। इसकी सेटिंग पेजसेट अप ऑप्शन से की जाती है। इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में हैडर एवं फुटर को लगा सकते है इसके साथ हैडर एवं फुटर टूलबार शो होने लगती है। यह डॉक्यूमेंट के प्रत्यके पेज पर शो होता है। हैडर पेज को टॉप मार्जिन में जोडा जाता है। इसमें पेज नंबर, कुल पेज, एवं ऑटो टेक्स्ट आदि को जोडा जाता है। इसकी टूलबार से हैडर से फुटर में फुटर से हैडर में जा सकते है। स्क्रोल करके भी इस कार्य को किया जा सकता है। इसकी टूलबार सहायता से इसको manage किया जाता है।
* Footer:-यह पेज के निचले हिस्से में लगाया जाता है। अर्थात् यह पेज के Bottom margin में लगाया जाता है। इसके मार्जिन को पेजसेट अप से सेट किया जाता है। इसमें वह सभी आईटम जोडे जा सकते है। जो हैडर मे जोडे जाते है। हैडर फुटर टूलबार के Close Button पर क्लिक करके इनको क्लोज किया जाता है। हैडर या फुटर पर डबल क्लिक करके इसमें Editing का कार्य कर सकते है।
* Markup:- इस ऑप्शन से Comment को Show एवं Hide किया जाता है। अर्थात् यह कामेंट में प्रयोग होता है। इससे Reviewing नाम की टूलबार आती है। जिससे मार्कअप का प्रयोग किया जाता है। इससे टेक्स्ट को हाईलाईट भी किया जाता है।


Tool Menu

इस मेन्यु में एमएस वर्ड के टूल होते है। जिसकी सहायता से एक अच्छे डॉक्यूमेंट का निमार्ण किया जा सकता है। इसकी Shortcut key Alt+T होती है।
* Spelling & Grammar checked
* Research
* Language
* Hyper nation
* Word Count
* Auto Summarize
* Speech
* Track Change
* Letter and Mailing
* Macro
* Auto Correct Option
* Customize
* Option
Spelling & Grammar :- MS Word में Spelling & Grammar Check करने की सुविधा होती है। जो यूजर English की कम जानकारी रखते है उनके लिये यह एक महत्वपूर्ण टूल है। एमएस वर्ड यूजर द्वारा लिखी गयी गलत Spelling & Grammar की error को show करने लगता है। यदि word की Spelling गलत होती है। तो उसके नीचे Red line आ जाती है। और यदि ग्रामर संबंधी error होती है। तो उस वाक्य के नीचे Green line आ जाती है। उसकी इस गलतीयों को Spelling & Grammar tool से सही किया जा सकता है। इसकी shortcut key F7 होती है । जिस शब्द या वाक्य मे error होती है उस पर राईट क्लिक करने पर Suggestion show करने लगता है। जिसमे से सही suggestion को चुन लिया जाता है। जिससे उसको रिप्लेस कर दिया जाता है।
spelling-and-grammar-in-word
Spelling & Grammar डायलॉग बॉक्स में दो भाग होते है। Not in Directory box में मैटर शो होता है नीचे Suggestions Box होता है। जिसमे suggestions आते है। जिसमे से सही विकल्प चुन लिया जाता है। यदि यूजर को लगता है कि यह शब्द सही है। तो उसको कम्प्यूटर की Dictionary में जोड़ने के लिये Add to Directory Button पर क्लिक कर देते है तो वह शब्द कम्प्यूटर के शब्दकोश मे जुड़ जाता है। यदि शब्द को नही बदलना होता है तो Ignore Button पर क्लिक करते है। और यदि उस शब्द को पूरे डॉक्यूमेंट में Ignore करना होता है। तो Ignore all Button पर क्लिक कर देते है। यदि शब्द को बदलना होता है तो Change Button पर क्लिक करते है। और यदि उस शब्द को पूरे डॉक्यूमेंट में Change करना होता है। तो Change all Button पर क्लिक कर देते है।
Language:- Tool menu के इस ऑप्शन में भाषा संबंधी टूल होते है। जिसमें language set करना Thesaurus, Translate option होते है। Language set से डॉक्यूमेंट की भाषा को सेट कर सकते है। Translate इस ऑप्शन से किसी भी शब्द को Translate कर सकते है। Thesaurus में उसके same meaning show करता है। जिसका प्रयोग करके हम अपने डॉक्यूमेंट को attractive बना सकते है।
thesaurus-1
Hyper nation :- Document के left and right alignment को सही दिखाने के लिये शब्द को तोड़ कर लिखा जाता है। ऐसे शब्द जो right alignment के कारण पूरा शब्द उस लाईन में नहीं लिख पाता है । तो वह पूरा का पूरा शब्द नई लाईन मे आ जाता है। जिससे वह स्पेस खाली रह जाता है। जिससे डॉक्यूमेंट की सुदंरता कम हो जाती है। इसकी इस समस्या को दूर करने के लिये Hyphenation option का प्रयोग करके शब्द को हाइपरनेट किया जाता है। जिससे वह शब्द ब्रेक हो जाता है। और वहाँ पर hyper nation (-) का चिन्ह आ जाता है।
Word Count: – इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट के पेज वर्ड पैराग्राफ बिना अक्षर वाले शब्द स्पेस वाले शब्दों को गिनकर डायलॉग बॉक्स में शो करता है।

microsoft-word-word-count-footnotes
Mail Merge:- मेल मर्ज एमएस वर्ड की वह महत्वपूर्ण सुविधा है। जिसके द्वारा आप एक ही पत्र अनेक व्यक्तियों को भेज सकते हैं जब ग्रुप में लेटर तैयार करना होता है। तो वहाँ पर मेलमर्ज का प्रयोग करते है। जैसे प्रवेश पत्र, निमंत्रण पत्र, ऑफिस लेटर आदि। अर्थात् इससे हम डाटाबेस को जोड़ सकते है।
Process of Mail Merge
Go to tool menu → letters and Mailings→ mail merge
Step 1:-
पर क्लिक करते है। तो Mail Merge नाम का डायलॉग बॉक्स आता है। इसमें किस प्रकार के डॉक्यूमेंट पर कार्य करना है। उसको चुनते है। जैसे letter, Email, Envelops, labels आदि। और Next Button पर क्लिक करते है।
Step 2:-
इस डायलॉग बॉक्स में यह सिलेक्ट करते है कि किस डायक्यूमेंट मे कार्य करना है। उसको चुन कर Next Button पर क्लिक करते है।
Step 3:-
इस डायलॉग बॉक्स में पहले से उपस्थित डाटाबेस को चुनते है या नया डाटाबेस बनाते है। नया डाटाबेस को बनाने के लिये Type a new list को चुनते है और Create पर क्ल्कि करते है। और डाटाबेस को बनाते है।
Type a new list→ Create→ customize यहाँ पर अनावश्यक फील्ड को डिलीट करते है।, नये फील्ड को जोड़ सकते है। पहले से उपस्थित फील्ड को रिनेम कर सकते है। फील्ड को अपडाउन भी कर सकते है। और ok button पर क्लिक करते है। नये डाटा को जोड़ने के लिये New Entry पर क्लिक करते है। सभी डाटा fill करने के बाद क्लोज बटन पर क्लिक करते है। और डाटाबेस को सेव करते है। Refresh Button पर क्लिक करके ok Button पर क्लिक करते है। फिर Next Button पर क्लिक करते है।
Step 4:-
यहाँ से Greeting line and items को डॉक्यूमेंट में Insert करते है। और Next Button पर क्लिक करते है।
Step 5:-
इस स्टेप में मेल मर्ज की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। और Next Button पर क्लिक करते है।
Step 6:-
इस स्टेप मे डॉक्यूमेंट को प्रिंट करते है। इसमे तीन ऑप्शन होते है।
* all :- इससे सभी रिकार्ड प्रिंट हो जायेगे।
* Current Record:- इससे केवल वर्तमान रिकार्ड प्रिंट होता है।
* From:- इसमें जहाँ से जहाँ तक के रिकार्ड प्रिंट करना होता है। उनको इनपुट करते है।
* और अंत में ok Button पर क्लिक करते है। तो रिकार्ड प्रिंट हो जाते है।
* इसके पश्चात् मेलमर्ज टूलबार आती है। जिससे मेलमर्ज कार्य को करते है। मेल मर्ज से समय की बचत होती है और आवश्यकता के अनुसार लोगों के लिये लेटर तैयार हो जाते है। इसमें गलती होने का बहुत कम डर होता है।
* Labels & Envelopes: – एमएस वर्ड में लेविल और लिफापे की सेंटिग करके डाटाबेस को सेट करके उनको प्रिंट किया जा सकता है।
* Go to Tool Menu→ Letters & Mailings→ Labels & Envelopes

* पर क्लिक करने पर Labels & Envelopes नाम का डायलॉग बॉक्स आता है। इसमें दो टेब होते है। Envelops, labels जिसको बनाना होता है उस टेब को सिलेक्ट करते है। इसके बाद Option Button पर क्लिक करते है और लेबिल का साइज चुनते है या फिर new label पर क्लिक करके नये लेबिल का निर्माण करते है। जिसमें लेबिल का नाम, चैडाई, लंबाई, मार्जिन आदि को सेट करते है और ok button पर क्लिक करते है। प्रिंट बटन पर क्लिक करके लेविल को प्रिंट कर सकते है।




Insert Menu

इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट में विभिन्न प्रकार के आब्जेक्ट को जोड़ा जाता है। इसमें कुल पंद्रह ऑप्शन होते है।
* Break:-. इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को विभिन्न प्रकार से ब्रेक कर सकते है| इस ऑप्शन पर क्लिक करने पर Break नाम का डायलॉग बॉक्स आता है। जिसमे से आवश्यकता के अनुसार पेज को ब्रेक कर सकते है।
इस बॉक्स में दो option होते है|
* Break type:-. इसमें page break, Column Break, and Text Wrapping Break को ब्रेक कर सकते है।
* पेज ब्रेक:- इससे पेज को बिना पेराग्राफ बदले ब्रेक किया जा सकता है।
* कॉलम ब्रेक:- इससे कॉलम को ब्रेक किया जा सकता है।
* टेक्स्ट ब्रेपिंग ब्रेक:- इससे किसी भी शब्द को कहीं से भी ब्रेक कर सकते है। इससे नया पेराग्राफ भी नही बनता है।
* Section Break Types:- इस ऑप्शन के द्वारा page को ब्रेक करके next page पर जा सकते है odd and even page को जोड़ सकते है। इनमें से कोई एक ऑप्शन को एक समय में चुन सकते है।
* Insert Page Number:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में पेज नंबर को जोड़ा जा सकता है। इसके बॉक्स में पेज नंबर को कहाँ पर लगाना है। यह Position Combo box से सिलेक्ट करते है। और उसके दूसरे Combo box से alignment को चुनते है। इसमें एक चेक बॉक्स होता है जिससे फर्स्ट पेज पर नंबर दिखाना है या नही इसका निर्धाण किया जाता है। format Button पर क्लिक करके उसके Format एवं page Numbering को कहां से प्रारंभ करना है इसको चुना जाता है
* Date Time:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में Date and Time को जोड़ सकते है। यदि अपडेट ऑप्शन को चेक किया है। तो Add की गई डेट अपने आप कम्प्यूटर डेट से अपडेट हो जाती है।
* Auto Text:- इस ऑप्शन से पेज डॉक्यूमेंट में टेक्स्ट को अपने आप जोड़ सकते है। वे टेक्स्ट जिनका प्रयोग डॉक्यूमेंट में बहुत ज्यादा बार करना होता है। या जो कॉमन शब्द या वाक्य होते है। उनको Auto Text डायलॉग बॉक्स में जोड़ देते है। फिर जब भी हम उस शब्द को लिखना प्रारंभ करते है तो auto text उसके ऊपर शो होने लगता है। यदि उसको जोड़ना होता है। तो इंटर कर देते है। नये शब्द को auto text में जोड़ना Go to Insert menu → auto text→ auto text पर क्लिक करने पर Auto Correct नाम का डायलॉग बॉक्स आता है।
इस बॉक्स में पाँच टेब होते है। इसमें से Auto text tab को सिलेक्ट करते है। Enter Auto text Entries here box में शब्द को लिखकर Add Button पर क्लिक करके add कर देते है। जिस टेक्स्ट को डिलीट करना होता है। उसको सिलेक्ट करके Delete Button पर क्लिक करके डिलीट कर देते है। यहाँ से auto text को सीधे Insert Button पर क्लिक करके अपने डॉक्यूमेंट में प्रयोग कर सकते है। और अंत मे ok button पर क्लिक कर देते है।
* Symbol:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में symbol को insert कर सकते है। एवं उसकी shortcut key भी परिभाषित कर सकते है। इसमें ऐसे शब्द या चिन्ह होते है। जिनको कम्प्यूटर कीबोर्ड की सहायता से टाईप नहीं किया जा सकता है। आवश्यकतानुसार इन्हें अपने डॉक्यूमेंट में जोड़ कर अपने डॉक्यूमेंट को सरलता से तैयार कर सकते है।
* Field :- यह एक विशेष प्रकार का ऑप्शन होता है। जिसकी सहायता से विभिन्न प्रकार के फील्ड के टेक्स्ट को डॉक्यूमेंट में लिख सकते है जैसे maths formula , Equation आदि।
* Comment:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट के किसी विशेष शब्द में कमेंट लगा सकते है।
* Picture:- इससे हम डॉक्यूमेंट में Picture, word art, auto shapes, chart आदि को डॉक्यूमेंट में आसानी से Insert करा सकते है। इसी कार्य को Drawing Tool bar से भी कर सकते है।
* File:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में दूसरी फाईल के मैटर को आपस में मर्ज कर सकते है।
* Object:- यह एमएस ऑफिस का एक महत्वपूर्ण ऑप्शन होता है इससे डॉक्यूमेंट में सीधे आब्जेक्ट को बना सकते है। एवं इससे किसी फाईल आदि को भी लिंक कर सकते है। एवं उसको आइकन के रूप में भी जोड़ सकते है।
डॉक्यूमेंट में आब्जेक्ट को जोड़ना
* Go to insert menu → Object पर क्लिक करने पर object नाम का बॉक्स आता है।
इस बॉक्स में दो टेब होते है यदि फाईल को लिंक कराना है तो File Check box को सिलेक्ट करते है और यदि फाईल को आईकन के रूप में प्रदर्शित करना है। तो Display as icon को सिलेक्ट करते है। Browse Button पर क्लिक करके फाईल को सिलेक्ट करते है। यदि फाईल को लिंक किया गया है तो यदि source File मे सुधार किया जाता है। तो Destination Object मे auto update हो जाता है। edit menu से इसमें editing की जा सकती है।
* Hyper Link:- इस ऑप्शन से वर्तमान डॉक्यूमेंट में किसी भी फाईल को लिंक कराया जा सकता है। जिस पर Ctrl + click करने पर वह डॉक्यूमेंट खुल जाता है। जिससे यह इंटरनेट की तरह कार्य करने लगता है। इससे एक से अधिक डॉक्यूमेंट को आपस में जोड़ सकते है। इसकी Shortcut key Ctrl+K है। हाईपरलिंक डॉक्यूमेंट under line होता है और इसका कलर बदल जाता है।



Format Menu

इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट की formatting की जा सकती है। इसमें सौलह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut Key की Alt+O है।
* Font :- इस ऑप्शन के डायलॉग बॉक्स में तीन टेब होते है। जिसकी सहायता से डॉक्यूमेंट की Formatting की जा सकती है।
प्रथम टेब से टेक्स्ट का font, Font style, Font Size, Font Color आदि को बदला जा सकता है एवं टेक्स्ट में विभिन्न प्रकार के Effect लगा सकते है। इसकी Shortcut key Ctrl+D है। दूसरा टेब Character spacing का होता है जिससे टेक्स्ट के स्पेस को सेट किया जाता है। तीसरा टेब text effects का होता है। जिससे टेक्स्ट में प्रभावशाली animations लगा सकते है।
* Paragraph :- इस ऑप्शन से पैराग्राफ की Formatting की जाती है। इसके डायलॉग बॉक्स में दो टेब होते है। Indents and Spacing इस टेब से पैराग्राफ का alignment, Indentation, Spacing को सेट किया जाता है। पैराग्राफ में तीन Indentation होते है। left, Right and First line Indent इन तीन की सेटिंग की जाती है। स्पेसिंग इससे पैराग्राफ के पहले और बाद का स्पेस सेट किया जाता है। इसके अलावा इससे पैराग्राफ के बीच की लाईनों के बीच कितना स्पेस देना है। इसकी भी सेटिंग की जाती है। Line and Page Breaks इस टेब से लाईन एवं पेज ब्रेक की सेटिंग की जाती है। कि नया पैराग्राफ कहाँ किस पेज पर आयेगा।
* bullets and Numbering :- यहाँ से डॉक्यूमेंट में Bullets and Numbering का प्रयोग कर सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में चार टेब होते है।
* Bullets Tab :- यह bullets and Numbering डायलॉग बॉक्स का पहला टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में bullets का प्रयोग कर सकते है एवं Customize Button पर क्लिक करके उस चिन्ह को बदल सकते है। एवं alignment, Position आदि को निर्धारित किया जा सकता है।
* Numbered Tab:- यह बॉक्स का दूसरा टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में Number का प्रयोग कर सकते है। इसको भी customize किया जा सकता है। जिससे alignment, position, Text Position आदि को निर्धारित किया जाता है। जैसे 1. 2. 3. 4., A., B., C. I, II, III
* Outline Numbered Tab :- यह डायलॉग बॉक्स का तीसरा टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में Outline Numbered का प्रयोग किया जाता है। जैसे 1.1, 1.1.2, 2.,2.1,2.2.1 etc.
* Tab:- इस टेब से लाईन की स्टाईल को चुनकर उसका प्रयोग डॉक्यूमेंट में कर सकते है।
* Borders & shading:– इससे हम शब्द, पैराग्राफ या पेज मे Border and Shading का प्रयोग कर सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में तीन टेब होते है। इसमे setting, Style, Color, width आदि को सेट किया जाता है। Borders Tab से शब्द या पैराग्राफ में Border लगा सकते है। Page Border Tab इस टेब से पेज मे Border लगाई जा सकती है। Shading Tab इससे डॉक्यूमेंट में shading लगाई जा सकती है।
* Column:- Format menu के इस ऑप्शन से पेज मे कॉलम को जोड़ सकते है। पेज एक कॉलम होता है। उसको इस ऑप्शन से एक से अधिक कॉलम में बना सकते है।
Column डायलॉग बॉक्स में presets से कॉलम को चुनते है। या फिर Number of Column में कॉलम की संख्या दे सकते है। जितने कॉलम चाहिये होते है। Width and spacing से कॉलम की चैडाई एवं उनके बीच स्पेस को सेट कर सकते है। line between check box को चुनकर दो कॉलम के बीच लाईन खीच सकते है। एक कॉलम से दूसरे कॉलम में जाने के लिये उसको ब्रेक करना पडता है। अधिकतम बारह कॉलम हो सकते है। न्यूनतम एक कॉलम होता है।
* Tabs:- इससे टेब की सेंटिंग कर सकते है।
इससे टेब की position,alignment and leader आदि को सेट कर सकते है। इसी कार्य को रूलर बार की मदद से भी किया जा सकता है अर्थात् टेब को रूलर बार पर लगाया जाता है। फिर जब टेब की को दबाते है। तो कर्सर टेब के नीचे रूकता है। टेब में पाँच प्रकार के अलाईनमेंट होते है। इसका प्रयोग करके हम अपने डॉक्यूमेंट को व्यवस्थित तरीके से तैयार कर सकते है।
* Change Case :- इससे पहले से लिखे शब्दों के केस को बदला जा सकता है। इसमें पाँच केस होते है।
किसी भी केस से किसी भी केस में बदला जा सकता है।
* Sentence Case :- इस केस में सेनटेंस का पहला अक्षर बडा होता है। बाकी सभी अक्षर छोटे होते है। जैसेः- I am student of dca.
* lower case :- इस केस में सेनटेंस के सभी अक्षर छोटे होते है। जैसेः- i am student of dca.
* UPPER CASE :- इस केस में सेनटेंस के सभी अक्षर बडे होते है। जैसेः- I AM STUDENT OF DCA.
* Title Case :- इस केस में प्रत्येक शब्द का पहला अक्षर बडा होता है। जैसेः- I Am Student Of Dca.
* tOGGLE cASE :-यह एक विशेष प्रकार का केस है। इसमें प्रथम लैटर छोटा तथा बाकी लैटर बड़े होते हैं जैसे:- i aM sTUDENT oF dCA.
* Background :- इससे डॉक्यूमेंट के बेकग्राउड को बदला जा सकता है। इसमें color, Fill effect and Print water mark को सेट किया जा सकता है।
* Format menu→ background→ fill effect
* Format menu→ background→ printed water mark
* Auto Format:- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को auto format किया जा सकता है। उसकी हैडिंग, लिस्ट, पैराग्राफ आदि को सेट किया जाता है। एवं कई टेक्स्ट इससे रिप्लेस किये जाते है। जिससे वह सुदंर दिखने लगता है। इस ऑप्शन का प्रयोग करके डॉक्यूमेंट की सेंटिंग ऑटोमेटिक हो जाती है
* Styles and Formatting :- इस ऑप्शन से Formatting के लिये स्टाइल का निमार्ण कर सकते है। एवं उसकी shortcut key को परिभाषित कर सकते है। इसमें पैराग्राफ अक्षर लेविल की सेटिंग की जाती है। एवं Font, tab, paragraph, border आदि को सेट किया जा सकता है।





Table Menu

Table menu से टेबिल को बना कर टेबिल के साथ कार्य किया जा सकता है। इसमें चौदह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut key Alt+a होती है।
* Draw Table
* Insert
* Delete
* Select
* Merge Cells
* Split Cells
* Split Table
* Table auto Format
* AutoFit
* Convert
* Sort
* Formula
* Hide Gridline
* Table Properties
*Draw Table :- इससे हम टेबिल को बना सकते है। इस पर क्लिक करने पर कर्सर का आकार पेंसिल के समान हो जाता है और Table & Border नाम की टूलबार शो होने लगती है। जिसका प्रयोग करके हम टेबिल का निर्माण कर सकते है। इससे हम आवश्यकता के अनुसार रो एवं कॉलम बना सकते है एवं डिलीट कर सकते है। इसके साथ साथ उसके डाटा को भी सेट कर सकते है। टेबिल की विभिन्न प्रकार की सेटिंग की जा सकती है।
*Insert :- टेबिल मेन्यु के इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में सीधे टेबिल को जोड़ सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में रो एवं कॉलम की संख्या को देना होता है एवं auto Format से टेबिल के Format को सिलेक्ट कर सकते है। इसके बाद ok button पर क्लिक करते ही टेबिल insert हो जाती है। इसके अलावा इससे टेबिल में left column, right Column, above and down row एवं टेबिल में सेल आदि को आसानी से जोड़ सकते है।
*Delete:- इस ऑप्शन से Table, row, column and cell को डिलीट कर सकते है।
*Select :- इस ऑप्शन से Table, column, row and cell को सिलेक्ट कर सकते है।
*Merge cells:- इस ऑप्शन से Table, column, row and cell को सिलेक्ट करके उसको मर्ज कर सकते है। अर्थात् उनको आपस में एक कर सकते है।
*Split cells:- इससे एक सेल को एक से अधिक row and column में तोड़ा जा सकता है।
*Auto Format: – इस ऑप्शन से टेबिल को auto format किया जा सकता है। जिससे टेबिल को format करने की आवश्यकता नही होती है।
*Auto Fit:- इससे टेबिल के रो एवं कॉलम को उसके डाटा के अनुसार फिट किया जा सकता है और रो एवं कॉलम की साईज बराबर की जा सकती है। इस ऑप्शन के अन्दर पांच ऑप्शन होते है। जिसकी सहायता से टेबल को अलग अलग तरीके से फिट किया जा सकता है। जैसे –
*Convert:- इस ऑप्शन के द्वारा टेक्स्ट को टेबिल एवं टेबिल को टेक्स्ट में बदला जा सकता है। जब टेक्स्ट से टेबिल में बदला जाता है। उस समय टेबिल में रो एवं कॉलम की संख्या दी जाती हैं|की *​संख्या दी जाती हैं और जब टेबिल से टेक्स्ट में बदला जाता है। तो यह निर्धारित किया जाता है। कि किस बेस पर टेक्स्ट को seprate किया जाये। पैराग्राफ, टेब, कोमा या अन्य इसमें से कोई एक सिलेक्ट करके OK button पर क्लिक करते है।
*Sort:- इससे टेबिल के डाटा को शॉर्ट किया जा सकता है। इसे दो प्रकार से Ascending or Desending क्रम में अर्थात् A to Z और Z to A के क्रम में Sort किया जा सकता है। इसमें कॉलम टाइप एवं sorting के प्रकार को सिलेक्ट किया जाता है। इसमें sorting के लिये एक से अधिक ऑप्शन होते है।
*Table Properties:- table menu का यह एक महत्वपूर्ण ऑप्शन होता है। इससे टेबिल की properties को सेट किया जा सकता है। इसके डायलॉग बॉक्स में चार टेब होते है। table tab इससे टेबिल की Properties set करते है। Row Tab इससे रो की सेटिंग की जा सकती है। Column Tab इससे कॉलम की सेंटिग की जाती है। Cell Tab इससे सेल की सेटिंग की जाती है।
*Windows Menu:- इस मेन्यु से एमएस वर्ड में एक से अधिक विंडोज खुली होती है तो उन
विंडोज को मैंनेज किया जाता है। एवं एमएस वर्ड डॉक्यूमेंट विंडो को spilt किया जा सकता है।
*Help Menu:- इससे एमएस वर्ड के बारे में हेल्प ले सकते है। इसकी shortcut key F1 है।





MS Word में Page Setup Option को समझाइये |
वर्ड में प्रिन्‍ट निकालने से पहले अपने डॅाक्‍यूमेन्‍ट का पेज सेटअप करना अति आवश्‍यक होता है पेज सेटअप से या पेज सेटअप का मतलब डॉक्‍यूमेंट का साइज उसके चारों तरफ का मार्जिन और उसके आडा या तिरछा होने से है वर्ड में कोई भी काम करने से पहले हमें यह सुनिश्चित करना होता है कि हम कौन सा पेज साइज चुने जो हमारे पास उपलब्‍ध हो उसके चारो तरफ टाइप करते समय कितनी जगह छोडे आदि
MS Word में किसी भी Document में पेजों की formatting करने के लिए Page Setup Option का Use किया जाता हैं, पेज में मार्जिन सेट करने के लिए, पेपर साइज़ सेट करने के लिए, पेज का आकार बदलने के लिए किया जाता हैं|
Page Setup Dialog box को Open करने के लिए हम File Menu के Page Setup Dialog box पर Click करते हैं| यह dialog box तीन tab sheet margin, Paper और Layout में divide होता हैं| इसमें margin tab sheet का use पेज का मार्जिन सेट करने के लिए किया जाता है जैसे- left, right, top, bottom, Gutter तथा इसके द्वारा हम पेज का Orientation भी Set कर सकते हैं जैसे Portrait तथा Landscape| यदि हमे Page को Horizontally Print करने है तो हम इसका Orientation landscape सेट करते हैं और यदि हमे इसे Vertically Print करना है तो हम इसका Orientation Portrait सेट कर सकते हैं|
Paper tab sheet का use प्रिंट किये जाने वाले पेपर की Size सेट करने के लिए किया जाता हैं | यहाँ पर पेपर की कई Size दी रहती हैं जैसे – Letter, A4, A3, A5, Legal Custom आदि |
पेज Setup dialog box के Layout sheet tab का use पेज का layout सेट करने के लिए किया जाता हैं|
* Margin Tab :- margin tab sheet का use पेज का मार्जिन सेट करने के लिए किया जाता है Page Margin चार प्रकार के होते हैं |
* Left
* Right
* Top
* Bottom
*Left Margin: – Left Margin का प्रयोग पेज के बायीं ओर स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|
*Right Margin: – Right Margin का प्रयोग पेज के दायी ओर स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|
*Top Margin: – Top Margin का प्रयोग पेज के उपरी भाग में स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|
*Bottom Margin: – Bottom Margin का प्रयोग पेज के निचले भाग में स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं |
*Orientation :- Orientation का use पेज का आकार बदलने के लिए किया जाता हैं| ये 2 प्रकार का होता हैं |
*Portrait: – पेज को vertically प्रिंट करने के लिए Portrait Option का Use किया जाता हैं|
*Landscape: – पेज को horizontally प्रिंट करने के लिए Landscape Option का Use किया जाता हैं|
*Paper Size:- इस Option का Use पेज की साइज़ को बदलने के लिए किया जाता हैं | जैसे – A4, A3, A5, Letter, Legal, Custom आदि |



































No comments:

loading...
Powered by Blogger.